लिनक्स एक ओपन-सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे विशेष रूप से सुरक्षा, स्थिरता और गति के लिए जाना जाता है। यह यूज़र को अधिक नियंत्रण और अनुकूलन की सुविधा प्रदान करता है। आजकल सर्वर, डेस्कटॉप, मोबाइल और एम्बेडेड सिस्टम्स में लिनक्स का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। इस लेख में हम जानेंगे कि लिनक्स क्या है, इसके फायदे क्या हैं, और यह विंडोज जैसे अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम्स से कैसे भिन्न है।
लिनक्स (Linux) क्या है?
Linux, एक ओपन सोर्स, मल्टीप्रोग्रामिंग, मल्टीटास्किंग, मल्टी यूजर, यूनिक्स आधारित एक नि:शुल्क ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसका विकास – लाइनस टॉरवैल्ड्स (Linus Benedict Torvalds) द्वारा सन 1991 में किया गया। जब वे हेलसिंकी विश्वविद्यालय, फिनलैंड के छात्र थे।
और यह ऑपरेटिंग सिस्टम लगभग सभी देश की भाषाओं में उपलब्ध है।
प्रारम्भ में linux को IBM PC के लिए बनाया गया था, पर अब यह सभी तरह के computers में उपयोग होने लगा है। यह Server Computers, Client Computers, Mainframe Computer, Super computers, Cloud Computing, Personal Computer, Mobile Devices और smart electronic devices के लिए OS प्रदान करता है।
Linux OS का उपयोग मुख्यत: सर्वर कम्प्यूटर में OS के लिए होता है।
Linux का इतिहास
सन् 1991 में लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम को, पहली बार लाइनस टॉरवैल्ड्स द्वारा जारी किया गया था, जो कि C – language, Assembly language एवं अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं का इस्तेमाल करके लिखा गया था।
लाइनस टॉरवैल्ड्स उस समय हेलसिंकी विश्वविद्यालय (फिनलैंड) के छात्र थे। ये एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं।
Linux OS को विकसित करने की शुरूआत इन्होंने, kernel (कर्नेल) लिखने से की थी। कर्नेल, लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम का मुख्य और केंद्रीय भाग होता है, जिसे इस ऑपरेटिंग सिस्टम का हृदय (heart) कहा जाता है इसी को आधार बनाकर संपूर्ण ऑपरेटिंग सिस्टम विकसित किया गया।
चित्र :- Linux Architecture
Uses of Linux OS -लिनक्स का उपयोग कहां-कहां होता है?
लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग निम्नलिखित उपकरणों में किया जाता है –
- Personal Computers (PCs)
- Web server Computers
- Client Computers
- Mainframe Computer
- Super computers
- Cloud Computing
- Smart Phones (एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम, Linux based OS है।)
- Chrome book
- Note book
- Embedded Systems (routers, smart home devices, video games, smart TV, automobiles/Cars)
- Spacecraft (Rockets) आदि में।
एम्बेडेड सिस्टम (Embedded System) वे computer-devices, appliances या फर्मवेयर होते हैं, जो एक स्पेसिफिक फंक्शन परफॉर्म करने के लिए बनाए जाते हैं, और ये सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर का मिश्रण होते हैं। इसमें सॉफ्टवेयर, पहले से ही, स्थाई मेमोरी में इंस्टॉल्ड (pre-installed) होते हैं ,जो विशेषकर डिवाइस या मशीन के प्रति समर्पित होते हैं। और उसी के अनुरूप कार्य करते हैं।
जैसे – electronic devices (routers, TV, HUB, switch, printer, Net-setter (dongle), Industrial machines, automobiles आदि में ऑपरेटिंग-सिस्टम एक फर्मवेयर के रूप में होते हैं।
Firmware = Software + Hardware
Linux की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि, यह free व open source सॉफ्टवेयर है।
Free मतलब – इंटरनेट पर यह नि:शुल्क उपलब्ध है। इसको बिना पैसे खर्च किए, मुफ्त में इंटरनेट से डाउनलोड करके, कोई भी उपयोग कर सकता है।
और ओपन सोर्स का मतलब यह है कि – इस सॉफ्टवेयर को बनाने के लिए जो भी सोर्स कोड लिखे गए हैं, वह इंटरनेट पर उपलब्ध हैं जिसे कोई भी डाउनलोड करके उपयोग कर सकता है, परिवर्तित कर सकता है, और व्यावसायिक/गैर-व्यावसायिक उद्देश्य के लिए वितरित कर सकता है।
Source code – किसी भी सॉफ्टवेयर को बनाने के लिए, मूल प्रोग्रामिंग भाषा लिखा गया कोड – सोर्स कोड कहलाता है।
ओपन-सोर्स होने के कारण, पूरी दुनिया में इस सॉफ्टवेयर पर काम हो रहा है और इसमें नए-नए प्रकार के फीचर्स जुड़ते जा रहे हैं, जिससे इसकी उपयोगिता और व्यापक होती जा रही है।
Note – Linux को मूलत:, यूनिक्स का नि:शुल्क प्रदान करने वाला संस्करण या सॉफ्टवेयर कहते हैं।
Linux Kernel – लिनक्स कर्नेल
कर्नेल, Linux ऑपरेटिंग सिस्टम का, core program (केंद्रीय प्रोग्राम) होता है। यह लाइनेक्स ऑपरेटिंग सिस्टम का हृदय (heart) कहा जाता है।
Function of Linux Kernel –
यह – Process management, memory management, file management, network management, device management, security enforcement, error handling आदि फंक्शन्स perform करता है। तथा software एवं hardware के मध्य communication स्थापित करता है।
लिनक्स, UNIX का advanced संस्करण है, जिसमें GUI (Graphical User Interface) व CLI (Command Line Interface) दोनों है।
Features of Linux OS – लिनक्स के प्रमुख फीचर्स
लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम निम्नलिखित विशेषताऍं प्रदान करता है –
1. Open source – Linux is open – लिनक्स खुला है।
लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम, एक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर है। अर्थात इसके प्रत्येक संस्करण (डिस्ट्रीब्यूशन) के साथ, इसके सोर्स कोड भी उपलब्ध होते हैं, जिसे कोई भी इंटरनेट में देख सकता है, डाउनलोड कर सकता है, आवश्यकता अनुसार परिवर्तित कर सकता है और वितरित कर सकता है। इस अर्थ में लिनक्स एक खुला ऑपरेटिंग सिस्टम है।
इसके विपरीत Windows एवं Macintosh आदि ऑपरेटिंग सिस्टम – close source ऑपरेटिंग सिस्टम हैं, जो ऑपरेटिंग-सिस्टम की समस्त सुविधाओं का लाभ लेने के लिए यूजर को allow करते हैं पर अपने सोर्स कोड प्रदान नहीं करते हैं। यूजर को केवल इंस्टॉल करके उपयोग करने की ही अनुमति प्रदान करते हैं – इस अर्थ में ये operating systems, क्लोज (बंद) ऑपरेटिंग सिस्टम हैं।
2. Multi-user –
लिनक्स एक मल्टी यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम है। अर्थात इस OS में एक साथ कई users कार्य कर सकते हैं। इसके लिए प्रत्येक यूजर अपना अलग-अलग अकाउंट रख सकते हैं और उस अकाउंट को पासवर्ड द्वारा सुरक्षित कर सकते हैं। एक साथ लॉगिन कर सकते हैं तथा प्रत्येक यूजर अपना मनपसंद एवं अलग डेस्कटॉप व डायरेक्टरी भी रख सकते हैं। साथ ही डायरेक्टरी को पासवर्ड से प्रोटेक्ट भी कर सकते हैं ताकि users, एक-दूसरे की डायरेक्टरी को एक्सेस ना कर सकें।
3. Multi-tasking –
लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम, एक मल्टी टास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम है, अर्थात यह प्रत्येक यूजर को एक साथ ही, कई टास्क परफॉर्म करने की सुविधा प्रदान करता है, मतलब प्रत्येक यूजर एक साथ, कई एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर पर कार्य कर सकते हैं।
4. Network friendly –
लिनक्स, नेटवर्क फ्रेंडली है, अर्थात Linux, नेटवर्किंग की पॉवरफुल सर्विस प्रदान करता है, और कई प्रोटोकॉल को सपोर्ट करता है।
इसका सर्वरऑपरेटिंग सिस्टम, बहुत बड़ी मात्रा में loads को एफिशिएंटली हैंडल कर सकता है, मतलब इसके सर्वर ऑपरेटिंग सिस्टम की क्षमता बहुत अधिक होती है, कई क्लाइंट कंप्यूटर्स को एक साथ सर्विस प्रदान करने के लिए।
5. High Speed –
लिनक्स तेज है। लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम की कार्य करने की गति काफी तेज है। यह ऑपरेटिंग-सिस्टम, कम्प्यूटर के रिसोर्सेस का बड़ी ही कुशलता के साथ उपयोग करता है, और डेस्कटॉप को काफी light weight रखने की भी सुविधा प्रदान करता है। एवं ग्राफिक्स फीचर का उपयोग कम करने के कारण, इसकी गति भी काफी तेज होती है
6. Linux is Free –
लिनक्स एक नि:शुल्क ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसको कोई भी कंप्यूटर-यूजर इंटरनेट से फ्री में डाउनलोड करके अपने कंप्यूटर में इंस्टॉल कर सकता है। इसके लिए उसे कोई भी शुल्क देने की आवश्यकता नहीं होती है।
7. Platform Independent –
लिनक्स का एक शक्तिशाली फीचर – इसका प्लेटफॉर्म इंडिपेंडेंट होना है। अर्थात इस ऑपरेटिंग सिस्टम को किसी भी कंपनी के कंप्यूटर सिस्टम में इंस्टॉल किया जा सकता है चाहे वह Dell का हो या HP, IBM, Acer, Asus, Lenovo का।
यहां तक की एप्पल के कंप्यूटर में भी इंस्टॉल कर सकते हैं।
जबकि विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए बनाए जाने वाले कंप्यूटर्स में हम एप्पल के मैकिनटोस ऑपरेटिंग सिस्टम (macOS) को इंस्टॉल नहीं कर सकते। पर लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम को किसी भी कंप्यूटर में इंस्टॉल कर सकते हैं इसका मतलब यह है कि लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम में पोर्टेबिलिटी का गुण पाया जाता है जिसको किसी भी कंपनी के कंप्यूटर-कंफीग्रेशन में इंस्टॉल किया जा सकता है।
8. Reliable – लिनक्स विश्वसनीय ऑपरेटिंग सिस्टम है –
लिनक्स आज के कई सबसे अधिक भरोसेमंद ऑपरेटिंग सिस्टम्स में से एक है। यह विश्वसनीय इसलिए है क्योंकि यह crash नहीं होता, अर्थात लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम किसी भी एक परिस्थिति में रुकता नहीं है।
9. X-Window system – (X 11 अथवा केवल X) –
Linux में X-Window नाम का सॉफ्टवेयर, GUI environment के लिए basic framework प्रदान करता है।
10. Support different hardware platforms –
लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम, विभिन्न हार्डवेयर प्लेटफार्म के लिए उपलब्ध है। जैसे – client PC, server computer, smart phones, cloud computers, note-book, smart TV आदि।
11. Backward Compatible –
लिनक्स बैकवर्ड संगत है, अर्थात पुराने कॉन्फ़िगरेशन वाले कंप्यूटर में, किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम के नए संस्करण को इंस्टॉल नहीं किया जा सकता, पर लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम को पुराने कंप्यूटर्स पर भी इंस्टॉल करके use किया जा सकता है।
12. DOS Emulator –
DOS Emulator, एक ऐसा open source प्रोग्राम होता है, जिसकी मदद से हम लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम वाले कंप्यूटर में DOS वातावरण में कार्य कर सकते हैं, व DOS के सभी प्रोग्राम, सॉफ्टवेयर, व गेम्स का मजा ले सकते हैं।
उदाहरण – DOSBox-X
13. WINE –
WINE का पूरा नाम Wine is Not an Emulator है।
यह एक छोटा सा प्रोग्राम है, जो free व open source कंपैटिबिलिटी लेयर है, जिसकी मदद से हम Linux ऑपरेटिंग सिस्टम में भी विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के एप्लीकेशन-सॉफ्टवेयर और games को चला सकते हैं।
14. Samba –
साम्बा शब्द Server Message Block के तीन अक्षरों SBM से बना है।
SBM (Server Message Block), एक क्लाइंट-सर्वर नेटवर्क कम्युनिकेशन प्रोटोकोल है, जिसकी मदद से हम Linux ऑपरेटिंग सिस्टम और विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम वाले computers के बीच कम्युनिकेशन स्थापित कर सकते हैं।
साम्बा कई प्रोटोकॉल्स का समूह होता है जो SBM/CIFS (Server Message Block/ Common Internet File System) की मदद से Windows OS के लिए file व printer sharing की सुविधा प्रदान करता है।
इस Network system में Linux/UNIX OS, सर्वर कम्प्यूटर पर install होता है, और Windows OS, क्लाइन्ट कम्प्यूटर पर install होता है।
सर्वर व क्लाइंट कंप्यूटर, आपस में कम्युनिकेशन-मीडिया द्वारा कनेक्ट होते हैं, और SBM प्रोटोकॉल की मदद से, विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम वाले client computers, अपनी जरूरत के अनुसार file services, print services आदि के लिए Linux/UNIX OS वाले server computer से रिक्वेस्ट कर सकते हैं, और अपनी जरूरत को पूरी कर सकते हैं।
15. Interface –
Linux OS, यूजर को GUI (Graphical User Interface) और CLI (command Line Interface) दोनों प्रकार के interface को उपयोग करने की सुविधा प्रदान करता है। user अपनी जरूरत के आधार पर एक से दूसरे इन्टरफेस में switch कर सकता है।
Distribution of Linux OS अथवा Versions of Linux अथवा Flavors of Linux
Flavor को Distribution अथवा Distro (डिस्ट्रो) के नाम से भी जाना जाता है।
विभिन्न संस्थाओं द्वारा अलग-अलग नाम से जारी (launch) किया गया Linux का संस्करण (Versions ), Linux का फ्लेवर कहलाता है।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि Linux एक ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर है जिसे कोई भी व्यक्ति या संस्था, इंटरनेट से डाउनलोड करके, इसमें नए features, application software, utility software आदि जोड़कर डिस्ट्रीब्यूट कर सकता है।
इन flavors को Distribution या Distros के नाम से भी जाना जाता है।
Linux के प्रत्येक डिस्ट्रीब्यूशन, अलग-अलग प्रकार के यूजर्स को serve करने के लिए develop किए गए हैं।
संक्षेप में, Linux के विभिन्न versions (संस्करण), लिनक्स के Flavor या Distribution कहलाते हैं।
लिनक्स के कुछ प्रसिद्ध Flavors/ Distributions के नाम निम्नलिखित है –
- Ubuntu Linux
- Fedora Linux
- Arch Linux
- Red Hat Enterprise Linux (RHEL)
- Kali Linux
- Linux Mint
- Open SUSE
- Debian
- Manjaro Linux
- Elementary OS आदि।
लिनक्स और विंडोज़ में अंतर (Difference Between Linux and Windows)
विशेषताएँ (Features) |
लिनक्स (Linux) | विंडोज़ (Windows) |
प्रकृति (Nature) | ओपन-सोर्स और फ्री | कमर्शियल और पेड |
स्रोत कोड (Source Code) | उपयोगकर्ता द्वारा बदला जा सकता है | बंद स्रोत (Closed Source), बदलाव की अनुमति नहीं |
लाइसेंस | GNU GPL (फ्री सॉफ्टवेयर लाइसेंस) | माइक्रोसॉफ्ट का प्राइवेट लाइसेंस |
यूज़र इंटरफेस | कमांड लाइन आधारित + GUI डेस्कटॉप (Gnome, KDE आदि) | GUI आधारित (ग्राफिकल) और यूज़र फ्रेंडली |
सुरक्षा (Security) | अत्यधिक सुरक्षित, वायरस बहुत कम | वायरस और मालवेयर के लिए अधिक संवेदनशील |
कस्टमाइजेशन | अत्यधिक कस्टमाइज किया जा सकता है | सीमित कस्टमाइजेशन विकल्प |
सिस्टम अपडेट | यूज़र द्वारा पूरी तरह नियंत्रित | ऑटोमेटिक अपडेट और कभी-कभी बाध्यकारी |
सॉफ्टवेयर सपोर्ट | कुछ प्रोग्राम नहीं चलते (MS Office आदि) | लगभग सभी सामान्य सॉफ्टवेयर सपोर्टेड |
प्रदर्शन और स्पीड | हल्का और तेज प्रदर्शन | भारी ग्राफिकल UI, RAM ज्यादा खपत करता है |
उपयोग | सर्वर, प्रोग्रामिंग, साइबर सिक्योरिटी आदि में अधिक | पर्सनल, ऑफिस, गेमिंग और सामान्य उपयोग में प्रचलित |
लिनक्स और विंडोज़ दोनों के अपने-अपने फायदे और सीमाएँ हैं। यदि आप एक डेवलपर, आईटी प्रोफेशनल, या अधिक सुरक्षा पसंद करते हैं, तो लिनक्स उपयुक्त है। यदि आप एक सामान्य उपयोगकर्ता हैं और यूज़र-फ्रेंडली सिस्टम चाहते हैं, तो विंडोज़ एक अच्छा विकल्प है।
लिनक्स (Linux) ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रमुख लाभ (Advantages)
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ओपन-सोर्स और फ्री
लिनक्स एक फ्री और ओपन-सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसे कोई भी फ्री में डाउनलोड, उपयोग और कस्टमाइज कर सकता है। -
बेहतर सुरक्षा (Security)
वायरस और मालवेयर से सुरक्षा के लिए लिनक्स सबसे सुरक्षित ऑपरेटिंग सिस्टम में से एक माना जाता है। -
तेजी और परफॉर्मेंस
यह हल्का होता है और पुराने कंप्यूटर पर भी स्मूदली चलता है। -
कस्टमाइजेशन की सुविधा
यूज़र अपनी जरूरत अनुसार डेस्कटॉप एनवायरनमेंट (Gnome, KDE आदि) बदल सकते हैं। -
डिवेलपर्स के लिए उपयुक्त
प्रोग्रामिंग, वेब डेवलपमेंट, साइबर सिक्योरिटी जैसे क्षेत्र में सबसे अधिक प्रयोग किया जाता है। -
मल्टीपल डिस्ट्रीब्यूशन (Distros)
Ubuntu, Fedora, Linux Mint, Debian आदि जैसे कई वेरिएंट्स उपलब्ध हैं। -
कम हार्डवेयर रिसोर्स की जरूरत
यह पुराने और लो-कॉन्फिगरेशन कंप्यूटर पर भी अच्छी तरह से चलता है।
लिनक्स के नुकसान (Disadvantages of Linux):
-
यूज़र फ्रेंडली नहीं (Non-user friendly)
नए यूज़र्स के लिए इसका इंटरफेस और कमांड लाइन कठिन हो सकता है। -
कॉम्पैटिबिलिटी की समस्या
कुछ प्रसिद्ध सॉफ्टवेयर जैसे Microsoft Office, Adobe Photoshop आदि का सीधा सपोर्ट नहीं होता। -
गेमिंग सपोर्ट कम
विंडोज़ की तुलना में गेम्स के लिए सीमित सपोर्ट मिलता है। -
हर्डवेयर ड्राइवर सपोर्ट
कुछ नए हार्डवेयर डिवाइसेस के ड्राइवर उपलब्ध नहीं होते या इनस्टॉल करना कठिन होता है। -
प्रोफेशनल सपोर्ट महंगा
यदि आप फ्री कम्युनिटी सपोर्ट नहीं लेना चाहते तो प्रोफेशनल टेक्निकल सपोर्ट खरीदना पड़ता है।
निष्कर्ष:
लिनक्स एक मुक्त स्रोत (Open Source), सुरक्षित और विश्वसनीय ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसे दुनियाभर के डेवलपर्स मिलकर विकसित करते हैं। यह यूनिक्स पर आधारित है और इसकी स्थिरता, सुरक्षा और कस्टमाइजेशन की क्षमता इसे सर्वर, कंप्यूटर सिस्टम, मोबाइल, नेटवर्क डिवाइसेज़ आदि के लिए उपयुक्त बनाती है। यह तकनीकी दुनिया में एक मजबूत विकल्प है, विशेषकर उन उपयोगकर्ताओं के लिए जो स्वतंत्रता, कंट्रोल और ओपन-सोर्स सॉल्यूशंस की तलाश में हैं।
ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है, इसका मतलब, कार्य व प्रकार