पर्सनल कम्प्यूटर (PC) में ड्राइव के नामकरण की परंपरा – Drive naming conventions in PC

 

Drive naming conventions पर्सनल कम्प्यूटर में वह प्रक्रिया है जिसमें operating system द्वारा कम्प्यूटर से जुड़े समस्त drives (द्वितीयक मेमोरी ड्राइव) को अक्षर के माध्यम से नाम अथवा पहचान प्रदान की जाती है।

ये अक्षर (letters) A से Z तक होते हैं।

तथा ड्राइव्स के अर्न्तगत  –

  • Hard Disk Drive (HDD)
  • DVD Drive
  • Floppy Disk Drive
  • Pen Drive
  • Solid State Drive (SSD) आदि आते हैं।

 

हम अपने Computer में My Computer अथवा This PC आइकॉन या ऑप्शन पर click करके यह देख सकते हैं कि, हमारे computer से connect हुई समस्त drives को ऑपरेटिंग सिस्टम ने letters के द्वारा नाम प्रदान किया है।

 

सामान्यत: हम अपने computer में मुख्य द्वितीयक मेमोरी के रूप में Hard Disk Drive (HDD) या Solid State Drive (SSD) का प्रयोग करते हैं। जो कम्प्यूटर के भीतर एक निश्चित स्थान पर fix होती है।

Operating System को install करते समय हम HDD को अपने जरूरत के आधार पर 2,3,4 आदि भागों में बॉंटतें हैं। बॉंटे जाने वाले भाग पार्टीशन कहलाते हैं।

HDD के प्रथम पार्टीशन का नाम operating system द्वारा ‘C’ निर्धारित किया जाता है, एवं दूसरे पार्टीशन का ‘D’ एवं तीसरे का ‘E’ और इसी तरह अन्य पार्टीशन्स के लिए क्रम के अनुसार उससे अगला अक्षर निर्धारित किया जाता है।

अक्सर हम अपना Operating system (OS), HDD के प्रथम पार्टीशन में ही install करते हैं जिसे OS द्वारा ‘C’ drive का नाम दिया जाता है। और मान लीजिए हमने पहले पार्टीशन के अलावा HDD के दो और पार्टीशन बना लिए, तो OS द्वारा इन दोनों पार्टीशन्स को नाम क्रमश: ‘D व ‘E’ निर्धारित कर दिया जाता है।

HDD में बनाए गए प्रत्येक पार्टीशन को ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा, एक अलग ड्राइव की तरह समझा जाता है, इसीलिए प्रत्येक पार्टीशन के लिए वह क्रमानुसार एक अक्षर नाम के रूप में निर्धारित करता है।

इसके अलावा यदि हम कंप्यूटर से कोई और external memory drive जैसे कि- pen drive कनेक्ट करते हैं तो वह इसे ‘F’ अक्षर assign कर देगा, (चूँकि C, D व E हार्ड डिस्क ड्राइव के पार्टीशन्स के लिए दिया जा चुका है) इसके बाद एक और पेन ड्राइव या फिर कोई अन्य प्रकार की मेमोरी कनेक्ट करते हैं तो उसके लिए ‘G’ अक्षर प्रदान कर देगा।

इसी तरह जितने भी ड्राइव्स (मेमोरी ड्राइव्स) कंप्यूटर से connect करते जाएंगे, वह उनको कमश: आगे के अक्षर, नाम के रूप में प्रदान करता जाएगा।

 

ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा, प्रत्येक drives को अक्षर के रूप में नाम अथवा पहचान प्रदान करने का उद्देश्य यह है जिससे कि user कंप्यूटर से जुड़ी हुई समस्त द्वितीयक मेमोरी को उनके नाम से पहचान सके और data एवं information को आसानी से store व access कर सकें।


 

प्रश्न – HDD के पहले पार्टीशन का नाम ‘C’ अक्षर से ही क्यों शुरू होता है ‘A’ से क्यों नही होता है?

उत्तर – Hard Disk Drive (HDD) के प्रचलन के पहले के समय में  लगभग् 1980 का दशक एवं 1990 के दशक के पहले के कुछ सालों में, Floppy Disk का उपयोग ही कम्प्यूटर में मुख्य रूप से external/secondary storage device के रूप में किया जाता था।

Drive naming conventions के अनुसार ‘A’ व ‘B’ अक्षर प्रथम व द्वितीय floppy disk drive के लिए निर्धारित/reserved कर दिये गये थे।


OS द्वारा drives के लिए निर्धारित किये गये अक्षर को बदलना –

Operating System के Disk Management Program/ Option द्वारा drives को assign किये गयेे letters (अक्षर) परिवर्तित भी किये जा सकते हैं।

Windows OS में drives के letters को परिवर्तित करना –

  1. Right-click on “This PC” or “My Computer” and select “Manage”.
  2. Go to “Disk Management” under “storage”.
  3. Right-click on the drive, choose “Change Drive Later and Paths” and then assign a new letter from A to Z shown in the list.

 

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