Flash Memory एक Non-volatile (स्थायी) memory है जो data को संग्रहित करने के लिए memory cells का प्रयोग करती है।
मेमोरी सेल, फ्लोटिंग गेट ट्रांजिस्टर (floating gate transistor) की बनी होती है।
Floating gate transistor एक ऐसा ट्रांजिस्टर होता है, जिसमें floating gates होते हैं।
फ्लोटिंग गेट ट्रांजिस्टर ही memory cell में data को विद्युत आवेशों (electric charges) के रूप में संग्रहित करता है। यह electric charges, बाइनरी डिजिट (0 व 1) का प्रतिनिधित्व करते हैं।
मॉनिटर (Monitor) मॉनिटर, कम्प्यूटर के लिए सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली एक softcopy output device है, जो central processing unit (CPU) के द्वारा सम्पन्न किये गये processing के परिणाम को visual अथवा graphical रूप में प्रदर्शित करता है। यह computer व user के मध्य विजुअल सम्बन्ध (visual interface) स्थापित करता है। जिससे कम्प्यूटर में काम …
Concept of Computer system Concept and Working Principle of Computer System – कंप्यूटर सिस्टम की अवधारणा एवं कार्य सिद्धांत कम्प्यूटर सिस्टम की अवधारणा (concept), कम्प्यूटर के आंतरिक भाग में स्थित इलेक्ट्रॉनिक सर्किट व इलेक्ट्रिकल सिग्नल्स (बाइनरी कोड 0 व 1) की मदद से डेटा के प्रोसेसिंग पर आधारित है। एवं इसका कार्य सिद्धान्त (working principle) …
Data transmission mode अथवा – डेटा संचार माध्यम (communication Channel) की अवस्थाऍं – Modes of Communication / Transmission Channel ट्रांसमिशन मोड कम्युनिकेशन मोड उस तरीके को परिभाषित करता है जिसके द्वारा कम्युनिकेशन सिस्टम में सूचनाएँ सोर्स (sender) से डेस्टिनेशन (receiver) तक ट्रैवल करती हैं। अर्थात इसके द्वारा उस विधि को बताया जाता है कि कम्युनिकेशन …
कैश मेमोरी (Cache Memory) क्या है? – What is Cache Memory in Hindi Cache Memory Kya Hai? कैश मेमोरी क्या है? – What is Cache Memory in Hindi… Cache memory, एक अत्यधिक तीव्र गति की, कम संग्रहण क्षमता वाली अस्थायी मेमोरी है। जिसको CPU एवं main memory (RAM) के मध्य लगाया जाता है। जिसका प्रयोग …
कीबोर्ड – जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है यह एक बोर्ड है, जो कई प्रकार के बटनों (keys) को समेटे हुए है। जो हमारी टाइपिंग के माध्यम से, डेटा इनपुट करने में मदद करता है। इसमें उपस्थित बटनों का क्रम तो टाइपराइटर के समान ही होता है पर इसमें ज्यादा बटने होतीं हैं। जैसे …
इनपुट डिवाइसेस वे हार्डवेयर डिवाइसेस होतीं हैं, जिनका प्रयोग कम्प्यूटर में डेटा इनपुट करने व निर्देशों (instruction) को प्रदान करने के लिए किया जाता है।
अर्थात् इन डिवाइसेस की मदद से डेटा, शब्द या निर्देश कम्प्यूटर की मेमोरी में डाले जाते हैं।
माउस (Mouse)- माउस किसी भी कंप्यूटर सिस्टम के लिए मुख्य इनपुट डिवाइस है।
यह एक ग्राफिकल यूजर इंटरफेस (GUI) प्वाइंटिंग इनपुट डिवाइस है , जिसका प्रयोग कम्प्यूटर में pointer की मदद से, बड़ी ही आसानी से, इनपुट देने के लिए किया जाता है।
Pointer का प्रयोग होने के कारण, इसे प्वाइंटिंग डिवाइस भी कहते हैं।
एक Computer System का निर्माण- इनपुट डिवासेज, आउटपुट डिवासेज, तथा प्रोसेसिंग डिवासेज (CPU) से मिलकर होता है। इन तीनो डिवाइसेज के पारस्परिक सम्बन्ध को दर्शाने वाले चित्र (Diagram) को Computer का Block Diagram कहते हैं।
Interpreter kya hai in Hindi What is an Interpreter in Hindi? इन्टरप्रेटर किसे कहते ? Interpreter:- इन्टरप्रेटर एक ट्रान्सलेटर प्रोग्राम है जिसका उपयोग उच्चस्तरीय भाषा में लिखे गये प्रोग्राम को मशीन भाषा में परिवर्तित करने के लिए किया जाता है। लेकिन कम्पाइलर व इन्टरप्रेटर में मुख्य अन्तर यह है कि कम्पाइलर पूरे source program को …
कम्प्यूटर की ये अद्भुत विशेषताएं ही हैं जो इसे और डिवाइसों से भिन्न बनाती हैं।The characteristics of the computer system are as follows − कम्प्यूटर की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं- गति (Speed)- Computer के काम करने की गति मनुष्य की तुलना में कई गुना ज्यादा होती है यह बड़े से बड़े अंकगणितीय गणनाओं (Arithmetic Calculation) को …
कम्प्यूटर शब्द की उत्पत्ति अंग्रेजी के शब्द ‘compute’ से हुई है, जिसका अर्थ है –‘गणना करना’। हिंदी में इसे ‘संगणक’ कहते हैं। Computer एक डिजिटल इलेक्ट्रॅानिक डिवाइस है, जो data को इनपुट डिवाइस के द्वारा ग्रहण करता है, फिर इन data को Software या Program के अनुसार, प्रोसेसर (CPU) के द्वारा प्रोसेस या मैनिपुलेट करके वांछित आउटपुट, आउटपुट-डिवाइस के माध्यम से प्रदान करता है।
Speed (गति) –
कंप्यूटर अत्यधिक तीव्र गति से कार्य करता है। यह लाखों गणनाएं प्रति सेकंड में पूरा कर लेता है। मनुष्य को जो कार्य करने में कई सप्ताह या कई महीने लग जाते हैं, कंप्यूटर की सहायता से वह कार्य केवल कुछ ही सेकंडों में पूरा कर लिया जाता है, जिससे समय की अत्यंत बचत होती है।
हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में विभिन्नताऍं S/W Vs H/W क्रमांक हार्डवेयर (Hardware) – H/W सॉफ्टवेयर (Software) – S/W 1 कम्प्यूटर के वे parts, devices जिसे देखा व छू कर महसूस किया जा सकता है। कम्प्यूटर का वह भाग जिसे स्पर्श नही किया जा सकता है, केवल इन पर काम किया जा सकता है। 2 इनका भौतिक …
ये दो भिन्न प्रकार की विधियॉं या तकनीके हैं जिनके द्वारा मॉनिटर, अपने स्क्रीन पर किसी भी image को प्रदर्शित करता है।
इंटरलेस्ड मॉनिटर, प्रत्येक फ्रेम को दो भागों (field) में विभाजित करके image को प्रदर्शित करता है।
नॉन इंटरलेस्ड डिस्प्ले तकनीक में, संपूर्ण image frame एक बार (a single pass) में ही प्रदर्शित कर दी जाती है।
स्क्रीन इमेज प्रोजेक्टर एक हार्डवेयर उपकरण है जो किसी डिजिटल इमेज या वीडियो को एक बड़े सतह या स्क्रीन (पर्दे) पर दिखाता है। इसका उपयोग आमतौर पर निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जाता है:-
शिक्षा: कक्षाओं में प्रेजेंटेशन, लेक्चर या वीडियोज़ दिखाने के लिए।
कार्यालय: बिज़नेस मीटिंग्स, प्रेजेंटेशन और कॉन्फ़्रेंस के दौरान।
मनोरंजन: होम थिएटर सेटअप, मूवी देखने के लिए।
इवेंट्स: बड़े इवेंट्स, कॉन्सर्ट्स या पब्लिक प्रेजेंटेशन में।
ऑप्टिकल डिस्क एक प्रकार का बहुत ही प्रसिद्ध एवं प्रचलित संग्रहण माध्यम है, जिसका विकास सन् 1970 के दशक में किया गया था। इसमें लेज़र किरणों अर्थात प्रकाश का प्रयोग करके डेटा को read एवं write किया जाता है इसीलिए इसे ऑप्टिकल डिस्क (प्रकाशीय डिस्क) कहते हैं।
SSD पूरा नाम सॉलिड स्टेट ड्राइव (Solid State Drive) है जो data को स्टोर करने के लिए NAND Flash Memory का प्रयोग करती है।
NAND से तात्पर्य NAND logic gate से है = NOT+AND gate
इसकी संग्रहण क्षमता एवं स्पीड, हार्ड डिस्क के मुकाबले कहीं ज्यादा होती है।
इसमें hard disk drive की तरह कोई भी mechanical component (यांत्रिकीय उपकरण) जैसेकि घूमने वाली डिस्क एवं मूव करने वाले read / write head आदि नही होते हैं। अर्थात SSD में कोई भी हिलने-डुलने, घुमने वाले उपकरण (moving parts) नही होते हैं, जिसकी वजह से यह मेमोरी तीव्र गति से data को एक्सेस करने एवं विद्युत की कम खपत करने में सक्षम है।